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‘निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल’

केरल हिंदी साहित्य मण्डल, कोच्चि-682011 भारत की राष्ट्रीय एवं भावात्मक एकता के लिए समर्पित स्वयंसेवी संस्था है । सन् 1969 में इसकी स्थापना हुई। सन् 1971 में यह संस्था पंजीकृत हुई (पंजीकरण संख्या : ई. आर 45/71)।

डॉ. एन. ई. विश्वनाथ अय्यर

संस्थापक अध्यक्ष

डॉ. एन. ई. विश्वनाथ अय्यर अध्यापक, अनुवादक, आलोचक, यात्रा – वृत्तकार व निबंधकार हैं । वे केरल हिंदी साहित्य मण्डल के संस्थापक अध्यक्ष थे । कोच्चिन विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के भी संस्थापक अध्यक्ष एवं आचार्य रहे हैं । वे संस्कृत के प्रकांड पंडित, हिंदी के विलक्षण विद्वान, अंग्रेजी-तमिल – मलयालम जैसी भाषाओं के अच्छे जानकार व लेखक थे । सफल अध्यापक, कुशल अनुवादक, अच्छे निबंधकार भी रहे हैं । अनुवाद के सैद्धांतिक और व्यावहारिक क्षेत्र में उनका योगदान ख़ास महत्व का है । आलोचना और यात्रा – साहित्य के क्षेत्र में भी उनकी बड़ी देन है। कोच्चिन विज्ञान व प्रौद्योगिकी  विश्वविद्यालय की शोध – पत्रिका अनुशीलन का आरंभ भी उन्होंने किया था । साथ ही साथ वे केरल साहित्य मण्डल पत्रिका के प्रथम संपादक भी थे । वे नाताली पुरस्कार और अन्य कई पुरस्कारों से सम्मानित हैं ।

केरल हिंदी साहित्य मण्डल के कार्यकर्ता
तत्कालीन प्रधान मंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के साथ (02/12/1981)