गैलरी केरल हिंदी साहित्य मण्डल के कुछ सुनहले पल केरल हिंदी साहित्य मण्डल के कुछ सुनहले पल कुमारन आशान पर रचित हिंदी पुस्तक ‘महाकवि कुमारन आशान’ के लोकार्पण समारोह में डॉ. के. जी. प्रभाकरन कृतज्ञता ज्ञापन करते हुए कुमारन आशान पर रचित हिंदी पुस्तक ‘महाकवि कुमारन आशान’ का लोकार्पण करते हुए डॉ.जोण जेकब और पुस्तक की प्रति स्वीकारते हुए डॉ. प्रभाकर माचवे केरल हिंदी साहित्य मण्डल के प्रतिनिधि सांस्कृतिक यात्रा के दौरान लखनऊ में राज्य विधान परिषद् की सदस्या सरस्वती अम्मल, माँ और बहनों के साथ केरल हिंदी साहित्य मण्डल के कार्यकर्ता अध्यक्ष डॉ. गोविन्द शेनॉय और उनकी धर्मपत्नी डॉ. स्वर्णलता के साथ तत्कालीन प्रधान मंत्री श्रीमती इंदिरागांधी के विशेष प्रतिनिधि मुहम्मद यूनिस केरल हिंदी साहित्य मण्डल के अधिवेशन का उद्घाटन करते हुए केरल हिंदी साहित्य मण्डल द्वारा आयोजित अनुवाद शिविर की एक झांकी डॉ.विश्वनाथ अय्यर का अभिनन्दन करते हुए मंडल के पदाधिकारी बायें से : कोषाध्यक्ष ऍम. के. मत्ताई, संस्थापक सचिव के.एन. मेनन, डॉ.विश्वनाथ अय्यर, डॉ.धारा सिंह संचेतना के संपादक डॉ. महीप सिंह साहित्य मण्डल पत्रिका के प्रथम अंक का लोकार्पण करते हुए केरल हिंदी साहित्य मण्डल के कार्यकर्ता तत्कालीन प्रधान मंत्री श्रीमती इंदिरागांधी के साथ (02/12/1981) केरल हिंदी साहित्य मंडल के कार्यकर्ता तत्कालीन राष्ट्रपति श्री आर. वेंकटरमन के साथ केरल राज्य के तत्कालीन शिक्षा मंत्री श्री.चंद्रशेखरन के साथ केरल राज्य के तत्कालीन शिक्षा मंत्री श्री.चंद्रशेखरन साहित्य मण्डल के अधिवेशन में बोलते हुए केरल हिंदी साहित्य मण्डल के सचिव प्रोफ.टी.एन विश्वम्भरन,अध्यक्ष प्रोफ.बी.ऋषिकेशन तम्पी,साहित्य मण्डल पत्रिका के प्रंबंध संपदाक श्री. पी. के. पी. कर्ता तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री. वी.एस. अच्युतानंदन के साथ केरल हिंदी साहित्य मण्डल के कुछ सुनहले पल (आरंभिक दौर के )